ट्रम्प का ग़ज़ा प्लान - अमेरिका करेगा ग़ज़ा पर कब्ज़ा

ट्रम्प का ग़ज़ा प्लान – ग़ज़ा में सबकुछ तबाह हो गया है ऐसे में फलस्तीनियों के पास ग़ज़ा से जाने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। अमेरिका ने ये भी कहा फलस्तीनियों को ग़ज़ा में दुबारा बसाने के बजाए किसी दूसरी जगह बसना बेहतर होगा – डोनाल्ड ट्रम्प
क्या है ट्रम्प का ग़ज़ा प्लान? - सिर्फ ग़ज़ा पर कब्ज़ा या फलस्तीनियों को दुबारा बसाना ?
4 फरवरी को अमेरिकी राष्ट्रीपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ग़ज़ा के लिए अमेरिका का प्लान बताया। मीडिया से बात करते हुए ट्रम्प ने कहा कि युद्ध के कारण ग़ज़ा में सबकुछ तबाह हो गया है ऐसे में फलस्तीनियों के पास ग़ज़ा से जाने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है।
ट्रम्प का ग़ज़ा प्लान - फलस्तीनियों को उनकी ज़मीन से बेदखल करने का प्लान
ट्रम्प ने सुझाव रखा कि जॉर्डन और मिस्र को फलस्तीनियों को अपने यहाँ शरण देना चाहिए। उसके बाद अमेरिका ग़ज़ा पर कब्ज़ा करके उसे री डेवलप करेगा। इसी के साथ अमेरिका ने ये भी कहा ग़ज़ा में फलस्तीनियों को ग़ज़ा में बसने के बजाए किसी दूसरी जगह बसना बेहतर होगा ये ग़ज़ा लौटने से बेहतर होगा। यानी अमेरिका खुलेआम फ़लस्तीनोयों को अब उनकी ज़मीं से बेदखल करने का प्लान बना रहा है।

अगर अमेरिका ग़ज़ा पर कब्ज़ा करना चाहता है तो उसे चाहिए कि ग़ज़ा के लोगों को अमेरिका कि नागरिकता दे और अमेरिका में बसाय। लेकिन अमेरिका दूसरे के ज़मीन कब्ज़ा तो चाहता है पर फलस्तीनियों को अमेरिका में बसाने के बजाए दूसरे देशों में बसाना चाहता है।
ट्रम्प का ग़ज़ा प्लान - हमास ने ठुकराया अमेरिका का प्रस्ताव और दिखाया अमेरिका को आइना

ट्रम्प के इस सुझाव को हमास ने ख़ारिज करते हुए कहा कि अमेरिका ग़ज़ा में तनाव बढ़ाना चाहता है। उसने कहा कि अमेरिका का ये बयान मिडल ईस्ट में अराजकता और तनाव को बढ़ाना का एक पैतरा है। हमास के वरिष्ठ अधिकारी अबू जहूरी ने कहा कि ग़ज़ा के लोग अमेरिका के इस प्लान को ग़ज़ा में लागू नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि जरुरी ये है कि फ़लस्तीन पर हो रहे अवैध कब्ज़े और हमलों को ख़त्म किया जाए न कि ग़ज़ा के लोगों को उनकी ज़मीन से बेदखल किया जाए।
मिस्र और जॉर्डन ने ठुकराया ट्रम्प का ग़ज़ा प्लान

अमेरिकी राष्ट्रपति के प्लान को मिस्र और जॉर्डन से सिरे से ख़ारिज कर दिया। अमेरिका ग़ज़ा पर कब्ज़ा तो करना चाहता है पर वहां के लोगों को दूसरे देशों में बसाना चाहता है। अगर अमेरिका ग़ज़ा पर कब्ज़ा करना चाहता है तो उसे चाहिए कि ग़ज़ा के लोगों को अमेरिका कि नागरिकता दे और अमेरिका में बसाय। लेकिन अमेरिका दूसरे के ज़मीन कब्ज़ा तो चाहता है पर फलस्तीनियों को अमेरिका में बसाने के बजाए दूसरे देशों में बसन चाहता है।
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